स्विंग ट्रेडिंग के स्टॉक कैसे निकालें | How To Find Best Stock For Swing Trading In Hindi
नमस्कार दोस्तों, स्वागत है आपका एक और नए पोस्ट में। इस पोस्ट में हम स्विंग ट्रेडिंग के स्टॉक कैसे निकालें इसके बारे मीन जानकारी देने वाले है। इस लेख में हम आपको स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक किस तरह से सेलेक्ट करने है बिलकुल आसान तरीकों से बताने वाले हैं। तो चलिए सबसे पहले हम आपको बताते हैं स्विंग ट्रेडिंग क्या होती है।
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स्विंग ट्रेडिंग के स्टॉक कैसे निकालें
स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक सेलेक्ट करने से पहले आपको स्विंग ट्रेडिंग के बारे में जानना होगा। स्विंग ट्रेडिंग करने के कुछ नियम होते हैं जिन्हे यदि ध्यान में ना रखा जाये तो आपको नुकसान का सामना भी करना पड़ सकता है। स्विंग ट्रेडिंग के लिए कोनसा टाइमफ्रेम इस्तेमाल करना है और कोनसी स्ट्रेटेजी पर काम करना है ये सब आपको जानना बहुत जरूरी है। तो चलिए विस्तार से समझते हैं स्विंग ट्रेडिंग के बारे में।
What is Swing Trading – स्विंग ट्रेडिंग क्या होती है?
जब आप किसी स्टॉक को थोड़े समय के लिए खरीदते हैं और कुछ दिनों बाद उसमे टारगेट आने पर आप उसको बेच देते हैं तो इसे स्विंग ट्रेडिंग कहते हैं। आप उस स्टॉक को कितने समय तक होल्ड करते हैं ये आपके timeframe पर निर्भर करता है। यानि स्विंग ट्रेडिंग दो तीन दिन से लेकर कुछ हफ़्तों की अवधि तक की जाती है। स्विंग ट्रेडिंग में आपको intraday trading की तरह चिंता नहीं होती कि आपको शेयर आज के आज ही बेचना है।
स्विंग ट्रेडिंग ज्यादातर जॉब या बिजनेस करने वाले लोग ज्यादा करते हैं। जिनके पास दिनभर मार्किट में बैठने का समय नहीं होता उनके लिए स्विंग ट्रेडिंग बेहतर ऑप्शन है। स्विंग ट्रेडिंग और इंट्राडे में केवल समय का फर्क होता है यानि स्विंग ट्रेडिंग में आप किसी स्टॉक को लेकर आज कल परसो या कभी भी बेच सकते हैं लेकिन इंट्राडे में आपको उसी दिन मार्किट बंद होने से पहले शेयर को बेचना होता है।
Best Timeframe for Swing Trading
वैसे तो स्विंग ट्रेडिंग के लिए सभी अपनी इच्छा अनुसार ही Timeframe का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन आपको फिर भी हम आपको Timeframe और उनके होल्डिंग पीरियड के बारे में बताते हैं।
- Hourly Timeframe– होल्डिंग पीरियड (1-3 दिन)
- Daily Timeframe – होल्डिंग पीरियड (1-3 weeks)
- Weekly Timeframe – होल्डिंग पीरियड (1-3 month)
स्विंग ट्रेडिंग के लिए उप्पर दिए गए सबसे अच्छे Timeframe माने जाते हैं। इन सभी Timeframe में आपको trend अच्छे से समझ आएगा। और आप बेहतर तरीके से चार्ट रीडिंग कर पाएंगे। स्विंग ट्रेडिंग में आपको स्टॉक में एंट्री लेने के बाद कितने टाइम तक होल्ड करना पड़ सकता है यह मार्किट पर निर्भर करता है।
Swing Trading के लिए स्टॉक चुनने के तरीके
एक बात आपको अच्छे से समझनी होगी कि स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक चुनने से पहले आपको टेक्निकल analysis अच्छे से आनी जरूरी है। यानि आपको candlestick pattern, trendline, support and resistance और price action patterns के बारे में पता होना चाहिए। इनके बिना आप स्विंग ट्रेडिंग नहीं कर पाएंगे। यदि आपको इन सबके बारे में पता है तभी आप हमारे बताये गए तरीकों से स्टॉक सिलेक्शन कर पाएंगे। तो चलिए जानते हैं हमे स्विंग ट्रेडिंग के लिए किस तरह के स्टॉक को अपनी वॉचलिस्ट में डालना है।
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W पैटर्न वाले स्टॉक निकालें
W pattern एक price action trend reversal पैटर्न होता है। W पैटर्न को double bottom भी कहा जाता है। जब कोई स्टॉक नीचे गिर रहा होता है तो ज्यादातर W पैटर्न बनाकर अपने ट्रेंड को बदल लेता है। यदि किसी स्टॉक में आपको hourly ,daily या weekly Timeframe पर W पैटर्न दिखाई दे तो आप उसमें स्विंग ट्रेडिंग के बारे में सोच सकते हैं। वैसे तो स्टॉक में W पैटर्न बनते रहते हैं लेकिन आपको कोनसा W पैटर्न ट्रेड करना है वो आपको प्रैक्टिस से आएगा। तो चलिए नीचे दी गई तस्वीर के माध्यम से आप W पैटर्न को ट्रेड करना सीख सकते हैं।
उप्पर वाले चित्र में आप देख सकते हैं कि निफ़्टी ने कितनी बार W पैटर्न बनाकर अपने ट्रेंड को बदला है। यदि आप W पैटर्न की अच्छे से प्रैक्टिस करेंगे तो ये आपकी ट्रेडिंग में काफी निखार ला सकता है।
आपको W पैटर्न को ट्रेड करने से पहले इसे चार्ट पर पहचानना आना चाहिए। बहुत से लोग इस पैटर्न को पहचान नहीं पाते और उनके हाथों से स्टॉक छूट जाता है। व पैटर्न को कैसे ट्रेड किया जाता है कहाँ stop loss, कहाँ entry और कहाँ पर target रखना है ये सब आप उप्पर दिए गए उदाहरण से समझ सकते हैं। जब W पैटर्न की neckline के उप्पर प्राइस close हो जाए तभी आप एंट्री ले सकते हैं। Stop loss W पैटर्न के लो का रहेगा और पहला टारगेट दो गुना और दूसरा टारगेट तीन गुना आप ले सकते हैं।
Daily, Weekly टाइमफ्रेम पर मॉर्निंग स्टार देखें
Morning star candle पैटर्न तीन कैंडल के मिलने से बनता है। इसमें पहली कैंडल लाल रंग की होती है और दूसरी कैंडल एक doji कैंडल होती है। और तीसरी कैंडल बड़ी green कैंडल होती है। यह एक ट्रेंड reversal कैंडल पैटर्न होता है। ज्यादातर आपको यह bottom पर ही देखने को मिलेगा। यदि कोई स्टॉक अपने downtrend में चल रहा होता है तो जब उसमे reversal आएगा तो उसमें हमे मॉर्निंग स्टार कैंडल पैटर्न देखने को मिल सकता है। आप कैसे इस पैटर्न की मदद से swing trading कर सकते हैं चलिए कुछ उदाहरण के जरिये समझते हैं।
Conclusion
हमने इस लेख में आपको स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक सेलेक्ट करने के दो ऐसे तरीकों के बारे में बताया है जो सबसे बेस्ट हैं। क्यूंकि इनमे आपको कम रिस्क में ज्यादा प्रॉफिट बनाने का मौका मिलता है। लेकिन इस लेख को पढ़ने के तुरंत बाद ही आप ट्रेड करना चालू मत करें। सबसे पहले चार्ट में जाकर अच्छे से इन दोनों पैटर्न की प्रैक्टिस करें। जब आपका आत्मविश्वास बढ़ने लगे तभी आप इन दोनों पैटर्न के हिसाब से ट्रेड कर सकते हैं। यह लेख केवल educational purpose के लिए बनाया गया है। इन्वेस्ट करने से पहले अपने financial advisor से सलाह जरूर लें।