PE Ratio क्या होता है | 2023 में PE Ratio कैसे चेक करे?

PE Ratio क्या होता है | 2023 में PE Ratio कैसे चेक करे?

नमस्कार दोस्तों! स्वागत हैं आपका एक और नए पोस्ट में। आजके इस पोस्ट मे हम जानेंगे की PE Ratio क्या होता है? साथ ही हम शेयर मार्केट मे PE Ratio का उपयोग कैसे करना है यह भी सीखेंगे।और PE रेश्यो कैसे चेक करते है यह भी समझेंगे। PE ratio से केसे पता कर सकते है की कोई शेयर सस्ता है या महंगा वो जानेगे।

बहुत सारे लोग PE Ratio को बिना देखे और समझे किसी भी शेयर को खरीदते हैं और बहुत बड़ी गलती करते हैं।आपको भी शेयर बाजार से अच्छा मुनाफा कमाना है तो आपको भी यह सब बातोंको ध्यान में रखना होगा, क्योंकि हर सफल निवेशक कभी भी PE Ratio को देखे बिना किसी भी कंपनी में निवेश नहीं करता है। तो चलिए देखते है की PE Ratio क्या होता हैPE Ratio क्या होता है | 2023 में PE Ratio कैसे चेक करे?

PE Ratio क्या होता हैं? What is PE Ratio

आपके दिमाग मे यह आया होगा की PE Ratio क्या होता है? यह जानने के लिए आपको PE Ratio का मतलब होता है ‘Price to Earning Ratio’ यह एक अनुपात होता है जो बताता है कि आपको किसी कंपनी में 1 रुपये कमाने के लिए कितना प्राइस देना पड़ता है। स्टॉक का रिसर्च करते समय PE Ratio का बहुत ही ज़्यादा उपयोग किया जाता हैं। पीई रेश्यो को देखकर आप निवेश के लिए अच्छी कंपनी का चुनाव कर सकते हैं और उस कंपनी मे पैसा निवेश कर सकते है।

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PE ratio को अच्छे से समझने के लिए इसका example देख लेते है –

PE Ratio का उदाहरण

PE Ratio example in hindi –

मान लो अगर किसी कंपनी का pe रेश्यो 8 है तो इसका मतलब होता है कि आपको उस कंपनी से 1 रुपये कमाने के लिए 8 रुपये देने होंगे।

इस उदाहरण को और आसान करें तो आप इस तरह से समझ सकते है कि अगर आप किसी कंपनी को पूरा खरीदते हैं तो आज आप उसके मालिक को 8 रुपये इसीलिए दे रहे हैं ताकि हर साल उस कंपनी से आपको ₹1 मिलता रहे।

आपने सिर्फ एक बार इन्वेस्टमेंट किया है लेकिन यह ₹1 आपको हर साल मिलता रहेगा। तो आप उस कंपनी के 1 शेयर की earning यानी EPS के जितने गुना प्राइस पर शेयर खरीदते हैं उसे ही pe ratio कहते हैं।

PE Ratio फॉर्मूला और PE रेश्यो कैसे निकालें

pe ratio निकलने के लिए आपको कंपनी की करंट शेयर प्राइस में EPS का भाग दिया जाता है। करंट शेयर प्राइस पर निकालें जाने की वजहसे PE रेश्यो लगातार बदलता रहता है।

PE Ratio Formula –PE Ratio क्या होता है | 2023 में PE Ratio कैसे चेक करे?

मान लीजिये किसी कंपनी का करंट शेयर प्राइस ₹120 हैं और EPS ₹10 हैं। अब इस कंपनी का पीई रेश्यो क्या होगा –

पीई रेश्यो = ₹120 ÷ ₹10 = 12
इसका मतलब यह हुआ की आपको इस कंपनी 1 rs का प्रॉफिट कमाने के लिए ₹12 देना होगा।

EPS क्या होता हैं?

अब आपको यह समझना होगा की ये EPS क्या होता हैं। EPS का मतलब Earning per share होता है। कंपनी की नेट इनकम में कुल आउटस्टैंडिंग शेयर्स का भाग लगाकर निकाला जाता हैं। इस तरह से EPS एक शेयर की earning बताता हैं।

EPS से हम पता कर सकते है की कोई कंपनी किसी एक शेयर के पीछे कितना मुनाफा कमा रही हैं। जितना ज्यादा EPS होता हैं उतना अच्छा माना जाता हैं।

अब EPS की कैलकुलेशन के साथ पीई रेश्यो को समझते हैं –

मान लीजिये एक कंपनी हैं जिसके कुल 5,000 शेयर हैं और कंपनी एक वर्ष में 1 लाख रूपये कमाती हैं। इस केस में इस कंपनी का EPS (Earning per Share) होगा = ( 1 लाख ÷ 5000 शेयर = ₹200 प्रति शेयर )

यदि कंपनी का करंट मार्केट प्राइस ₹1,000 चल रहा हैं तो यहां पीई रेश्यो होगा = 5 (₹1,000 ÷ 200)

यहां एक शेयर एक साल में ₹200 कमाता हैं और इस ₹200 को कमाने के लिए आपको 5 गुना कीमत देनी होगी।

PE Ratio के प्रकार

मुख्य रूप से PE रेश्यो दो प्रकार के होते हैं-

Forward P/E Ratio –Forward P/E Ratio को कंपनी की Future earning के अनुमान के आधार पर निकाला जाता हैं। इस पीई को कंपनी की शेयर प्राइस में कंपनी की भविष्य की अनुमानित आय का भाग देकर निकाला जाता हैं।

कंपनी की अनुमानित ग्रोथ और अनुमानित आय का प्रयोग किये जाने के कारण ये पीई रेश्यो इतना विश्वसनीय नहीं होता।

Trailing P/E Ratio – इस पीई रेश्यो को कंपनी की Past Earnings के आधार पर निकाला जाता हैं। ये पीई रेश्यो अधिक सटीक होता हैं जो कंपनी की वास्तविक स्थिति को बताता हैं। इसे कंपनी की करंट मार्केट प्राइस में Past Earning का भाग लगाकर किया जाता हैं।

PE Ratio महत्वपूर्ण क्यों होता हैं?

शेयर बाजार में stock का एनालिसिस करते समय P/E ratio का उपयोग यह देखने में किया जाता हैं की कंपनी के शेयर की कीमत अपने प्रॉफिट के मुकाबले कितना सस्ता या महंगा हैं।
एक ही सेक्टर की दो या दो से अधिक कंपनी की आपस में तुलना करने में P/E ratio का उपयोग किया जाता हैं।
कम्पनी के पिछले कुछ वर्षों का औसत PE देखकर हम वर्तमान में शेयर ख़रीदने का निर्णय लेने मे मदद कर सकते हैं।
किसी भी शेयर को खरीदने से पहले आपको PE रेश्यो के बारे में जरूर जान लेना चाहिए।
इस तरह PE रेश्यो बहुत ही महत्वपूर्ण होता हैं।

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PE Ratio का उपयोग

PE रेश्यो का उपयोग इसीलिए किया जाता है ताकि वह पता कर सके कि कोई शेयर कितना सस्ता और कितना महंगा है। PE रेश्यो का उपयोग आपको निवेश के लिए शेयर चुनते समय जरूर करना चाहिए।

अगर किसी XYZ लिमिटेड कंपनी का current PE Ratio 20 है और उसके पिछले 10 सालों का Average PE ratio 30 रहा है तो हम कह सकते हैं कि XYZ लिमिटेड अभी अपने historical प्राइस से बहुत सस्ते प्राइस पर मिल रहा है।
अब आपको यह देखना है कि अगर कंपनी का बिजनेस पहले जैसा ही या उससे अच्छा परफॉर्म कर रहा है तो XYZ लिमिटेड का शेयर 20 P/E ratio पर निवेश करने पर अच्छा इन्वेस्टमेंट हो सकता है।

लेकिन वहीं अगर XYZ लिमिटेड का pe ratio अभी 40 है तो हम कह सकते हैं XYZ लिमिटेड अपने historical price से मंहगे प्राइस पर मिल रहा है और अभी इस कंपनी में invest करना एक बुरा इन्वेस्टमेंट हो सकता है।

अब आप समझ मे आया होगा की ―

pe ratio एक महत्वपूर्ण अनुपात है जिसका उपयोग हमें निवेश करने के लिए करना चाहिए।
किसी कंपनी में निवेश करते वक्त हमें पीई रेश्यो को देखने के साथ-साथ हमें उसके last 3-5 साल का EPS growth भी देखना चाहिए।PE Ratio क्या होता है | 2023 में PE Ratio कैसे चेक करे?

PE Ratio कितना होना चाहिए

आपने ऊपर PE रेश्यो का उपयोग देखा अब हम कंपनी का PE कितना होना चाहिए यह देखेंगे। वैसे देखा जाए तो PE रेश्यो का कोई मानक (standard) तय नहीं है। लेकिन आप कंपनी के PE को उसके सेक्टर के PE से तुलना कर सकते हैं।

उस सेक्टर के साथ साथ आप उस कंपनी की कॉम्पिटेटिव कंपनी के PE से कर सकते हैं। इससे आपको अंदाजा लग जाएगा की आपको जो PE मिल रहा है वह कम है या ज्यादा।

इसके अलावा आप शेयर के पिछले 2-3 वर्ष का औसत PE Ratio से भी अनुमान लगा सकते हैं, की कंपनी का शेयर अभी सस्ता हैं महंगा। आपको अच्छे कंपनी का PE हमेशा हाई ही मिलेगा।

FAQ

Q) PE रेश्यो की रेंज कितनी होनी चाहिए?

Ans-अगर किसी कंपनी का PE जितना अधिक होता जायेगा कंपनी उतनी अधिक महंगी होती जाएगी लेकिन ग्रोथ कंपनीज का PE हमेशा ज़्यादा मिलता हैं। फिर भी 20 से 30 की PE रेंज बहुत ही बढ़िया मानी जाती हैं। वैसे PE की कोई स्टैण्डर्ड रेंज नहीं हैं।

Q) PE रेश्यो कैसे निकाल सकते हैं?

Ans-अगर आपको किस कंपनी का PE रेश्यो निकालना है तो आपको शेयर की करंट मार्केट प्राइस में EPS का भाग लगाया जाता हैं। EPS अर्निंग पर शेयर होती हैं मतलब की कंपनी एक शेयर के पीछे कितना रुपया कमा रही हैं।

Q) PE Ratio की फुल फॉर्म क्या होती हैं?

Ans-PE Ratio का फुल फॉर्म होता हैं Price to Earning Ratio।

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निष्कर्ष 

आज इस पोस्ट में आपने जाना कि किसी कंपनी के शेयर का PE Ratio क्या होता है। PE रेश्यो का उपयोग कैसे करते हैं और पीई रेश्यो कैसे कैलकुलेट किया जाता है। आपको निवेश करते वक्त खराब स्टॉक्स को फ़िल्टर करने के लिए PE रेश्यो आपकी बहुत मदद करता हैं। यह स्टॉक रिसर्च में मात्र एक स्ट्रेटेजी है।

दोस्तों अगर आपको यह PE Ratio क्या होता है यह आर्टिकल आपको अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर कीजिए और अगर कोई डाउट है तो आप कॉमेंट कर सकते है।

 

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